Tuesday, September 22, 2009

यूनेस्को ने पचमढ़ी बायोस्फियर रिजर्व को विश्व नेटवर्क में शामिल किया

यूनेस्को के मानव एवं बायोस्फियर रिजर्व कार्यक्रम के अंतर्गत जैव विविधता से सम्पन्न क्षेत्रों की पहचान कर बायोस्फियर रिजर्व क्षेत्र घोषित किये जा रहे है। इसी तारतम्य में अब तक 107 देशों के कुल 553 बायोस्फियर रिजर्व क्षेत्र घोषित किये गये हैं।

केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा देश में यूनेस्को की मार्गदर्शिका के अनुसारजैव विविधता से सम्पन्न क्षेत्रों की पहचान की जा रही है। केन्द्र सरकार द्वारा अभी तक कुल 18 बायोस्फियर रिजर्व घोषित किये जा चुके हैं। इनमें से 2 बायोस्फियर रिजर्व क्षेत्र मध्य प्रदेश में हैं जिसमें पचमढ़ी भी एक है।

भारत के इन घोषित बायोस्फियर रिजर्व में से कुल 4 बायोस्फियर रिजर्व को पूर्व में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्रदान की जा चुकी है। मई 2009 में 3 अन्य बायोस्फियर रिजर्व इस श्रृंखला में शामिल किये गये हैं जिनमें पचमढ़ी एक है।

यूनेस्को द्वारा पचमढ़ी बायोस्फियर रिजर्व को विश्व नेटवर्क में लाने के उपलक्ष्य में पचमढ़ी में 24 सितम्बर 2009 को सुबह 9.30 बजे होटल ग्लेन व्यू में एक समारोह का आयोजन किया जा रहा है। समारोह की अध्यक्षता केन्द्र सरकार के विशेष सचिव और राष्ट्रीय मानव एवं बायोस्फियर समिति के अध्यक्ष श्री बी.एस. परशीरा करेंगे।

पचमढ़ी में राष्ट्रीय मानव एवं बायोस्फियर समिति की बैठक

इस समारोह के बाद राष्ट्रीय मानव एवं बायोस्फियर रिजर्व समिति की दो दिवसीय बैठक सह कार्यशाला आयोजित की गयी है। इसमें देश के समस्त बायोस्फियर रिजर्व के राज्य प्रतिनिधियों द्वारा उनके बायोस्फियर क्षेत्र में प्रबंधन कार्य योजना पर परस्पर विचार-विमर्श होगा। बैठक में प्रबंध कार्य योजना की समीक्षा की जायेगी। इस कार्यशाला में प्राकृतिक संसाधनों जैव विविधता संरक्षण और स्थानीय नागरिकों के विकास संबंधी कार्यक्रमों की भी समीक्षा होगी। कार्यशाला के सभी प्रतिभागियों को 26 सितम्बर को पचमढ़ी बायोस्फियर रिजर्व क्षेत्र का भ्रमण कराया जायेगा।



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By :  News Team

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